Dr. Shyama Prasad Mukherjee Martyrdom Day
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सर्वाेच्च बलिदान दिवस के अवसर पर पुष्पांजलि और गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी में नेताओं ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि 23 जून की तिथि को भारतवर्ष का प्रत्येक नागरिक, आजादी के बाद देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले इस महान योद्धा को याद करता है।
भारतीय जनसंघ के संस्थापक और महान राष्ट्रभक्त डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का संपूर्ण जीवन देश की एकता और अखंडता के लिए समर्पित रहा। उन्होंने ष्एक निशान, एक विधान, और एक प्रधानष् का सिद्धांत प्रस्तुत किया था। वे एक महान शिक्षक, विचारक और दूरदर्शी नेता थे।
महानगर देहरादून के 923 बूथों में से 726 बूथों पर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि और गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 5000 कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम के संयोजक रतन सिंह चौहान और सह-संयोजक राजेश कांबोज थे। आयोजन में प्रदेश के वरिष्ठ नेता ज्योति प्रसाद गैरोला, विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी, राजपुर विधानसभा के विधायक खजान दास, प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, कार्यालय मंत्री कोस्तुभानंद जोशी और महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल सहित कई अन्य प्रमुख नेताओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम में बबलू बंसल, विपिन खंडूरी, मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत, सुमित पांडे, अंजू बिष्ट, राहुल लारा, मोर्चा अध्यक्ष अर्चना बागड़ी, युवा मोर्चा अध्यक्ष देवेंद्र सिंह बिष्ट, किसान मोर्चा अध्यक्ष प्रदीप दुग्गल, पार्षद मनोज जाटव, दिनेश सती, मीरा कठेत आदि कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
इस आयोजन ने एक बार फिर से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान और उनकी देशभक्ति को याद किया, और सभी उपस्थित लोगों को उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी।