Madmaheshwar Dham Gaurikund
हत पंचकेदारों में से द्वितीय केदार, मद्महेश्वर धाम को विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही केदारनाथ धाम के अंतिम मोटर पड़ाव गौरीकुंड स्थित मां गौरी के मंदिर का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
धर्मस्व व संस्कृति विभाग ने इसके लिए आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं। विकास कार्यों की विस्तृत परियोजना आख्या (डीपीआर) तैयार करने का जिम्मा लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है, जो श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के समन्वय से इस परियोजना को अमल में लाएगा।
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन योजनाओं से तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
मद्महेश्वर धाम, जो 3,497 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, रुद्रप्रयाग जनपद के ऊखीमठ विकास खंड में आता है और पंच केदारों में इसका द्वितीय स्थान है। यहां भगवान शिव के नाभि रूप की पूजा होती है। इसी प्रकार, मां गौरी का मंदिर गौरीकुंड में स्थित है, जो केदारनाथ यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव है।
यह कदम धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम प्रयास है।