
Monsoon Alert
- श्रद्धालुओं की सुरक्षा, गर्भवती महिलाओं के लिए समुचित व्यवस्था और बचाव राहत कार्यों में तेजी लाने के सख्त निर्देश
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईटी पार्क स्थित उत्तराखंड राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही वर्षा और आपदा से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने आगामी दो माह तक शासन-प्रशासन के सभी अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने और नियमित रूप से ग्राउंड पर रहकर व्यवस्थाएं देखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वाेपरि है। अतः भोजन, दवा, बच्चों के लिए दूध जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। भारी बारिश की आशंका को देखते हुए अगले 24 घंटे तक यात्रा को अस्थाई रूप से रोका गया है।
सीएम धामी ने सभी जिलाधिकारियों को आपदा संभावित क्षेत्रों, नदी-गदेरे के किनारे और निर्माण स्थलों पर रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने तथा सभी गर्भवती महिलाओं का डाटाबेस तैयार कर उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए ठोस व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जच्चा-बच्चा की सुरक्षा सर्वाेच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
उत्तरकाशी के बड़कोट में बादल फटने से लापता मजदूरों के मामले में मुख्यमंत्री ने सर्च व रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि 29 में से 20 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि 2 के शव बरामद हुए हैं। शेष के लिए छक्त्थ्, ैक्त्थ् और प्रशासन का अभियान जारी है।
रुद्रप्रयाग में वाहन दुर्घटना में लापता लोगों की खोजबीन तेज करने और वर्षा से क्षतिग्रस्त सड़कों की शीघ्र मरम्मत पर भी बल दिया गया। संवेदनशील क्षेत्रों में जेसीबी और आवश्यक उपकरणों की तैनाती, नदियों-गदेरों के चौनलाइजेशन की जरूरत पर भी मुख्यमंत्री ने बल दिया।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देशित किया कि सभी जिलों में बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता, मार्गों की स्थिति, व बारिश से उत्पन्न समस्याओं पर कड़ी निगरानी रखी जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, विनोद कुमार सुमन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, अपर सचिव बंशीधर तिवारी, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद स्वरूप, राजकुमार नेगी एवं वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी जुड़े थे।