
Landslide Tragedy
- SDRF, NDRF और पुलिस की टीमें दुर्गम क्षेत्र में लगातार जुटी, 20 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया
उत्तरकाशी। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालीगाड़ से लगभग 4 किमी आगे सिलाई बैंड क्षेत्र में रविवार रात हुई अतिवृष्टि और भूस्खलन की घटना ने जनपद को झकझोर कर रख दिया। पहाड़ी दरकने से एक लेबर कैंप पूरी तरह चपेट में आ गया, जिसमें रात के समय कुल 29 श्रमिक मौजूद थे।
घटना की सूचना मिलते ही SDRF उत्तराखंड पुलिस, स्थानीय पुलिस, NDRF, राजस्व, NH बड़कोट, फायर सर्विस और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में युद्ध स्तर पर जुट गईं। मार्ग अवरुद्ध होने के कारण टीमों ने दुर्गम पैदल रास्तों से घटनास्थल तक पहुंचकर तत्काल सघन सर्च अभियान शुरू किया।
अब तक 20 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया, जिन्हें पालीगाड़ स्थान पर शिफ्ट किया गया है। लेकिन 7 श्रमिक अभी भी लापता हैं और उनकी तलाश में दिन-रात का अभियान लगातार जारी है।

इस भीषण हादसे में 2 श्रमिकों की मृत्यु की पुष्टि हुई है:
- केवल विष्ट (43), निवासी: कर्ममोहनी, जिला नेपाल
- दूजेलाल (55), निवासी: पीलीभीत, उत्तर प्रदेश
इनके शव बड़कोट तिलाड़ी और छटांगा के बीच यमुना नदी से बरामद किए गए।
Sewing Band Landslide Tragedy लापता श्रमिकों के नाम:
- अनवीर धामी (40) – नेपाल
- सर कटेल धामी (32, महिला) – नेपाल
- रोशन चौधरी (37) – नेपाल
- कुल्लू थारू (60) – नेपाल
- जयचंद उर्फ बॉबी (38) – देहरादून
- प्रिंस (20) – देहरादून
- छोटू (22) – देहरादून
रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी स्वयं कर रही हैं, और हर क्षण की प्रगति पर नजर रखी जा रही है।
प्रशासन ने यात्रियों और आम नागरिकों को भूस्खलन प्रभावित मार्गों से दूर रहने और केवल प्रामाणिक स्रोतों से सूचना प्राप्त करने की अपील की है। चारधाम यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है, और सभी राहत एवं खोज टीमें समन्वय के साथ जुटी हुई हैं।