adoration to the goddess
रुद्रप्रयाग-तल्लानागपुर पट्टी के नौजूला की आराध्य मां भगवती चंडिका नारी देवी को समर्पित तीन दिवसीय प्रवास के दौरान ग्रामीणों ने देवी को अर्घ्य अर्पित किया। घर देवरा यात्रा के तहत गांव के मुखिया ने मां का स्वागत किया। यात्रा के दौरान ध्यानियों ने भक्ति एवं समृद्धि की कामना की। मां भगवती के पूजन समारोह में नृत्य, आरती एवं महाविद्या पाठ का आयोजन किया गया।
प्रवास के दौरान मां भगवती चंडिका के मंदिरों की यात्रा की गई, जिसमें अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही, भक्तों को जलपान एवं भोजन की व्यवस्था भी की गई। इस यात्रा में सैकड़ों भक्तों ने शामिल होकर अपनी आराध्य को प्राप्त किया। गांव की महिलाएं भी इस उत्सव में उत्साह से भाग ली।
यात्रा के बाद मां भगवती चंडिका के अन्य मंदिरों में प्रवास का आयोजन होगा। ग्रामीणों ने अपने आराध्य को समर्पित इस उत्सव में भाग लेते हुए अपनी कुशलता व मंगल कामना का प्रकट किया।
बता दें कि 17 मई से 3 जून तक मां चंडिका देवी घर देवरा यात्रा के नौजूला के गांवों का भ्रमण करेगी। इसके उपरांत 4 जून को मां भगवती चंडिका अपने मायके दरम्वाड़ी गांव पहुंचेगी। जहां पर विशेष पूजा-अर्चना के साथ देवी के मैती अपनी आराध्य को भेंट अर्पित करेंगे। 5 जून को मायके गांव से मां चंडिका नारी देवी अपने मंदिर में पहुंचेगी। 6 जून देवी मलगाणा जायेगी। जिसमें गायत्री शक्तियों के साथ देवी की रात्रि पूजा की जाएगी। जबकि 7 से 15 जून तक मां चंडिका नारी देवी की बन्याथ होगी। इस दौरान 7 को कुंड गज, जल कलश यात्रा, पंचांग पूजा के साथ महायज्ञ शुरू होगा।
इस अनुष्ठान के तहत 8 से 13 जून तक प्रतिदिन गणेश पूजा, पंचांग पूजा, हवन यज्ञ होगा। 14 जून को भव्य जलकलश यात्रा होगी और 15 जून को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ पूर्ण होगा। साथ ही मां चंडिका नारी देवी की सात माह की देवरा यात्रा भी संपन्न हो जाएगी। इसके उपरांत विधि-विधान के साथ मां चंडिका नारी देवी अपने मूल मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगी।
इस मौके पर ग्राम प्रधान बीना देवी बर्त्वाल, नौजूला मंदिर समिति के अध्यक्ष दीक्षराज रावत, प्रद्युमन सिंह बर्त्वाल, पंडित राजेंद्र प्रसाद सेमवाल ,सतेंद्र, बर्त्वाल, नरेंद्र बर्त्वाल, कुलदीप बर्त्वाल, बलवंत बर्त्वाल, सत्येंद्र पाल सिंह बर्त्वाल, जयकृत सिंह बिष्ट, प्रकाश वीर नेगी, सुरेंद्र बर्त्वाल, राजेंद्र बर्त्वाल, नरेंद्र बर्त्वाल, दलवीर बर्त्वाल, महेंद्र बर्त्वाल, विजयपाल सिंह बर्त्वाल, धीरज बर्त्वाल, विनोद बर्त्वाल,पंडित राकेश चंद सेमवाल,रघुबीर दत्त सेमवाल, पुजारी सुरेन्द्र प्रसाद मलवाल सहित सैकड़ों भक्त मौजूद थे।