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11 से 23 जुलाई के बीच कांवड़ यात्रा है, जिसमें बड़ी संख्या में कांवड़िए आने के कारण कई मार्गों पर यातायात प्रभावित रहता है। प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की नई तिथियों के ऐलान से पहले राज्य निर्वाचन आयोग ने कई बातों का ध्यान रखा है। राज्य में चारधाम यात्रा के अलावा कांवड़ यात्रा और बरसात के मद्देनजर संशोधित अधिसूचना जारी की गई है।भीड़ नियंत्रण, यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सरकारी मशीनरी भी लगाई जाती है। ऐसे में पंचायत चुनाव होने पर सुरक्षाकर्मियों की कमी हो सकती थीं। लिहाजा, आयोग ने मतदान की तिथियां कांवड़ यात्रा के बाद की रखी है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार के मुताबिक, प्रदेश में मानसून सीजन में बारिश के मद्देनजर चुनाव को दो चरणों में बांटा गया है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में उन क्षेत्रों का चुनाव कराया जाएगा, जहां बारिश से नुकसान की ज्यादा आशंका है। दूसरे चरण में अपेक्षाकृत कम आशंका वाले क्षेत्रों को शामिल किया गया है। रुद्रप्रयाग और बागेश्वर जिले में पहले चरण में ही मतदान हो जाएगा।
Uttarakhand: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की नई तिथियां हुई घोषित, दो चरणों में होंगे संपन्न, आचार संहिता लागूआपदा प्रबंधन के साथ बैठक कर चुनाव में मानसूनी अड़चनों, खतरों से सुरक्षा की तैयारी की जा रही है। जरूरत पड़ने पर हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जाएगी। पोलिंग पार्टियों के सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचने और वापसी के लिए विशेष योजना बनाई जाएगी। हर जिले में मानसून के अपने खतरे और नुकसान की आशंकाएं होती हैं। लिहाजा, जिलावार भी आपदा प्रबंधन की योजनाएं बनाई जा रही हैं, जिससे पंचायत चुनाव आसानी से पूरे हो सके।