
Kanwar Yatra
- सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर दिए कड़े निर्देश
- 11 जुलाई से शुरू हो रहे कांवड़ मेले की तैयारी तेज, ऋषिकेश में पार्किंग स्थलों और निगरानी व्यवस्था का किया गया परीक्षण
ऋषिकेश/देहरादून। आगामी 11 जुलाई 2025 से आरंभ हो रहे पवित्र कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक स्तर पर सक्रियता बढ़ गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा ऋषिकेश क्षेत्र में कांवड़ यात्रा मार्ग का गहन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान एसएसपी ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व यातायात प्रबंधन की विस्तृत समीक्षा की और कांवड़ यात्रा के दौरान संभावित भीड़ और यातायात दबाव को ध्यान में रखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
पार्किंग स्थलों का जायजा, सुविधाएं समय से पूर्ण करने के निर्देश
एसएसपी ने यात्रा मार्ग पर बनाए गए प्रमुख पार्किंग स्थलों – आईडीपीएल और खांड गांव – का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु पेयजल, शौचालय, लाइटिंग, बैरिकेडिंग आदि बुनियादी व्यवस्थाएं समय रहते सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि आपसी समन्वय से व्यवस्थाएं पूरी कर, श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
कांवड़ मेले के दौरान हाई अलर्ट पर रहेगा पुलिस बल
एसएसपी ने सुरक्षा प्रबंधन के तहत कांवड़ मेले के दौरान पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस बल का आंकलन समय से कर उसकी तैनाती सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
ड्रोन और CCTV से होगी यात्रा मार्ग की निगरानी
यात्रा मार्ग पर कानून व्यवस्था बनाए रखने और यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जाएगा। एसएसपी ने कांवड़ मार्ग पर ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निरंतर निगरानी रखने के निर्देश दिए। इससे यात्रा मार्ग पर भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक प्रबंधन और किसी भी अप्रिय घटना की रोकथाम में मदद मिलेगी।
यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोपरि
निरीक्षण के दौरान एसएसपी देहरादून ने स्पष्ट किया कि प्रशासन की प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करना है। उन्होंने सभी अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण किया जाए और मेला आरंभ होने से पूर्व सभी व्यवस्थाएं परीक्षण के बाद प्रभावी रूप से लागू कर दी जाएं।